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रिक्शा चलाकर बेटी को बनाया काबिल, प्लेन क्रैश ने पायल के साथ पिता के भी तोड़ दिए सपने

Air India Ahmedabad plane crash: अहमदाबाद प्लेन हादसे ने तमाम ख्वाबों और सपनों को चकनाचूर कर दिया.इस लंदन की फ्लाइट में बैठने वालों ने न जाने क्या क्या सपने देखे थे.ऐसा ही एक सपना छोटे से गांव से निकली पायल खटीक ने भी देखा था वह नौकरी के लिए पहली बार लंदन जा रही थी.उनके पिता ऑटो लोडर चलाते हैं उन्होंने जैसे तैसे जतन करके बेटी के सपनों को पूरा करने के लिए पढ़ाई कराई थी.पूरा परिवार खुश था कि अब बेटी लंदन जाएगी, लेकिन किसे पता था कि यह उनकी बेटी के लिए पहली और आखिरी फलाइट साबित होगी और सबकुछ खत्म हो जाएगा…
12 जून की दोपहर पायल खटीक अपने सपनों को उड़ान देने निकली थीं. वह पहली बार हवाई जहाज में बैठीं.पहली बार विदेश जा रही थीं- वो भी लंदन जैसी जगह.वह अपने ऑफिस के एक जरूरी काम के लिए लंदन के लिए निकली थीं,लेकिन किसे पता था ये उड़ान उनकी जिंदगी की आखिरी उड़ान बन जाएगी.अहमदाबाद से उड़ान भरते ही कुछ ही मिनटों में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 हादसे का शिकार हो गई. प्लेन मेघानी नगर इलाके में एक हॉस्टल और मेडिकल कॉलेज के मेस से टकरा गया. जहाज में 242 लोग थे और उनमें से सिर्फ एक ही जिंदा बच पाया.
पायल मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली थीं.पर हिम्मतनगर (गुजरात) में परिवार के साथ रहती थीं. उनके पिता सुरेशभाई खटीक लोडिंग रिक्शा चलाकर परिवार का पेट पालते थे. तंगी के बावजूद उन्होंने बेटी की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी.पायल पढ़ाई में शुरू से तेज थीं. दो साल पहले उन्हें एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी मिली. मेहनती थीं,जिम्मेदार थीं और इसी वजह से लंदन के काम के लिए कंपनी ने उन्हें चुना.
पहली विदेश यात्रा और आखिरी सफर
पायल की ये पहली इंटरनैशनल ट्रिप थी और पहली बार वह फ्लाइट में बैठी थीं. भाई को फोन कर कहा था कि अब एयरपोर्ट जा रही हूं, लैंड होते ही कॉल करूंगी,लेकिन वो कॉल कभी नहीं आया.