कुर्ता-पायजामा में इलॉन मस्क के पिता पहुंचे अयोध्या, हुए रामलला के दिवाने

अयोध्या का दिव्य और भव्य राम मंदिर अब न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया में अपनी आध्यात्मिक आभा फैला रहा है. इस बात की तस्दीक तब हुई जब दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के पिता अमेरिकी व्यवसायी एरोल मस्क अयोध्या पहुंचे और रामलला के दरबार में श्रद्धा अर्पित की. एरोल मस्क अकेले नहीं थे, उनके साथ उनकी बेटी और कुछ सहयोगी भी थे. जिन्होंने पूरे भाव से राम मंदिर के दर्शन किए. मंदिर में जब पुजारी ने उन्हें रामनामी ओढ़ाई, तो पूरा वातावरण भक्तिभाव से भर उठा.
खुद को भारतीय संस्कृति का प्रशंसक बताया
एरोल मस्क भारतीय संस्कृति के प्रति सम्मान दिखाते हुए पारंपरिक कुर्ता-पजामा में पहुंचे, जो उनके अंदर रची-बसी भारतीयता का प्रतीक था. रामलला के दर्शन से पहले उन्होंने हनुमानगढ़ी जाकर हनुमंत लला की पूजा-अर्चना की और पूरे विधिविधान से आरती में भाग लिया. अयोध्या की पवित्रता, दिव्यता और संस्कृति से वे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने खुद को भारतीय संस्कृति का प्रशंसक बताया.
हमारे देश में भारतीयों की एक बड़ी संख्या है
महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत में एरोल मस्क ने कहा, “मैं भारतीय संस्कृति को अच्छी तरह से जानता और समझता हूं, क्योंकि हमारे देश में भारतीयों की एक बड़ी संख्या है. वो बहुत उदार और मानवता से परिपूर्ण होते हैं. भारतीयों से मिलना हमेशा एक सुखद अनुभव होता है.” उनके साथ देश के प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. विवेक बिंद्रा भी मौजूद थे, जिन्होंने बताया कि एरोल मस्क का भारत दौरा केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि वैश्विक सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने वाला कदम है.
अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर है
डॉ. बिंद्रा ने कहा, “जब संपूर्ण विश्व अयोध्या में रामलला के दर्शन को आ रहा है, तो दुनियाभर में बसे भारतीयों को अब अयोध्या आने में देरी नहीं करनी चाहिए. यह केवल दर्शन नहीं, बल्कि अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर है.” एरोल मस्क का यह दौरा न केवल भारतीय संस्कृति के प्रति वैश्विक सम्मान का प्रतीक है, बल्कि यह संकेत भी है कि अयोध्या अब एक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक केंद्र बन चुका है, जहां आस्था की गूंज सरहदों को पार कर रही है.