स्पॉट डॉमिनेशन का चौथा दिन: हरियाणा में 707 ठिकानों पर एक साथ रेड, 165 आरोपी धराए

चंडीगढ़
हरियाणा पुलिस के राज्यव्यापी अभियान ‘ऑपरेशन स्पॉट डॉमिनेशन’ ने चौथे दिन यह साफ कर दिया कि जहां पहले अपराधियों के सुरक्षित ठिकाने हुआ करते थे, वहां अब पुलिस की लगातार मौजूदगी और कानून का कड़ा नियंत्रण है। पुलिस की इस व्यापक कार्रवाई ने संकेत दे दिया है कि हरियाणा अब अपराधियों के लिए बचाव नहीं, बल्कि कार्रवाई का क्षेत्र बन चुका है।
4 दिसंबर को पुलिस ने राज्यभर के चिन्हित 707 अपराध-संभावित स्थानों पर एक साथ दबिश देकर 92 नए केस दर्ज किए और 165 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसे हाल के वर्षों की सबसे बड़ी संयुक्त कार्रवाई माना जा रहा है।
अभियान के दौरान पुलिस ने बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ बरामद किए। इनमें
• 4.33 किलोग्राम गांजा
• 218 ग्राम अफीम
• 85 ग्राम हेरोइन
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• 2 किलोग्राम डोडा-पोस्त
• 23.5 ग्राम स्मैक
• 890 नशीली गोलियां शामिल हैं। विशेषकर सिरसा और फतेहाबाद में तस्करी नेटवर्क को भारी नुकसान पहुंचा। पुलिस ने स्पष्ट किया कि अब हरियाणा में नशा फैलाना धंधा नहीं, बल्कि जोखिम है।
अवैध शराब, हथियार और गैंगस्टरों पर कार्रवाई
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने
• 1000 से अधिक अवैध शराब की बोतलें
• 570 लीटर लहन
• 3 अवैध पिस्तौल
• 5 जिंदा कारतूस बरामद किए। हथियारों से जुड़े पांच नए मामले दर्ज किए गए। सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि 22 गैंग से जुड़े हिंसक अपराधियों की गिरफ्तारी रही।
इंटर-स्टेट इंटेलिजेंस साझा, फरारों पर शिकंजा
पुलिस ने पड़ोसी राज्यों के साथ 15 खुफिया रिपोर्ट साझा कीं ताकि अपराधी प्रदेश बदलकर न बच सकें। फतेहाबाद में एक आरोपी के खिलाफ लुक-आउट नोटिस जारी किया गया और उसका पासपोर्ट रद्द करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई।
गैंगों की आर्थिक प्रणाली पर सीधी चोट
डीजीपी ओपी संह के मुताबिक अभियान का लक्ष्य सिर्फ आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि उनकी आर्थिक शक्ति और आपराधिक ढांचे को खत्म करना है। फतेहाबाद में अपराध से अर्जित संपत्ति कुर्क की गई और हांसी में तीन अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए। उन्होंने कहा कि अवैध कमाई से तैयार की गई कोई भी संपत्ति अब सुरक्षित नहीं रहेगी।



