चाचा की गाली भी मेरा आशीर्वाद: पशुपति पारस की बधाई पर चिराग पासवान का पलटवार

पटना
केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति पारस द्वारा बिहार चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत पर बधाई देने पर प्रतिक्रिया दी है। भतीजे चिराग ने कहा कि उनके चाचा पारस ने कभी उन्हें गाली दी थी, चांडाल कहा था, तब भी उनकी बातें आशीर्वाद की तरह थीं क्योंकि वे बड़े हैं। अब वे सही में बधाई दे रहे हैं तो उनकी शुभकामनाएं सिर आंखों पर है।
चिराग पासवान ने शुक्रवार को पटना स्थित लोजपा-आर के कार्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर अपने चाचा एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस पर निशाना भी साधा। चिराग ने पारस पर लोजपा के साथ ही रामविलास पासवान के गैर राजनीतिक संगठन दलित सेना को भी हड़पने का आरोप लगाया।
पारस ने चिराग को दी दो बार बधाई
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के मुखिया पशुपति कुमार पारस ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद भतीजे चिराग पासवान को दो बार बधाई दी। यह सियासी गलियारों में चर्चा का विषय भी बना। पारस ने बीते रविवार को सोशल मीडिया पर दो घंटे के भीतर 2 पोस्ट साझा किए थे। पहले में उन्होंने एनडीए के सभी घटक दल के नेताओं को एक साथ जीत की बधाई दी। फिर दूसरे पोस्ट में उन्होंने अपने भतीजे चिराग पासवान को अलग से बिहार चुनाव में जीत पर बधाई दी थी।
बता दें कि लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के बाद पार्टी में टूट हो गई थी। चाचा पशुपति पारस ने 4 अन्य सांसदों को अपने साथ लेकर अलग गुट बना लिया था और नरेंद्र मोदी सरकार में वे मंत्री बन गए थे। चिराग अलग-थलग पड़ गए थे। बाद में पारस वाले गुट का नाम रालोजपा हुआ और चिराग के गुट वाली लोजपा (रामविलास) पार्टी बनी। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले चिराग पासवान की एनडीए में वापसी हुई और पारस साइडलाइन कर दिए गए। चिराग की पार्टी को एनडीए में 5 सीटें मिलीं और सभी पर उनके प्रत्याशी जीते। चिराग पासवान केंद्र में मंत्री बन गए।
वहीं, रालोजपा ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। फिर बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पारस ने एनडीए छोड़ने का ऐलान किया। उनकी महागठबंधन में जाने की चर्चा भी चली लेकिन बात नहीं बन पाई। फिर अकेले विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन एक भी सीट पर रालोजपा जीत नहीं दर्ज कर पाई।



