
उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचाने वाले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान अब जेल से रिहा हो चुके हैं। सीतापुर जेल प्रशासन को उनके खिलाफ दर्ज 72 मुकदमों में रिहाई आदेश मिल गए हैं। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आजम खान 23 महीने बाद जेल से बाहर आए। जेल के बाहर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक उनका स्वागत करते नजर आए।
हाल ही में एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट ने आजम खान के खिलाफ दर्ज 19 मामलों में रिहाई परवाने जारी किए। इससे पहले क्वालिटी बार प्रकरण समेत 53 अन्य मामलों में भी उन्हें राहत मिल चुकी थी। अब कुल 72 मामलों में आदेश मिलने के बाद उनका जेल से बाहर आना सुनिश्चित हो गया।
आजम खान को डूंगरपुर प्रकरण में 10 साल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट से उन्हें जमानत मिल चुकी है। पुलिस और राजस्व प्रशासन द्वारा जमानतियों का सत्यापन कर रिपोर्ट कोर्ट में जमा करने के बाद लूट, डकैती और धोखाधड़ी से जुड़े 19 मामलों में भी रिहाई आदेश जारी किए गए।
रामपुर के क्वालिटी बार प्रकरण में आरोप था कि 2013 में मंत्री रहते हुए आजम खान ने जमीन को अवैध रूप से पत्नी तंज़ीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आज़म के नाम कर दिया। इस मामले में मई 2025 में जमानत याचिका खारिज हुई थी, लेकिन सितंबर 2025 में इलाहाबाद हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिल गई।
आजम खान की रिहाई सिर्फ कानूनी रूप से नहीं बल्कि सियासी रूप से भी अहम है। उनके सपा में लौटने और सक्रिय राजनीति में कदम रखने की अटकलें तेज हो गई हैं। समर्थकों के बीच खुशी का माहौल है और माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी मौजूदगी सपा के लिए बड़ी ताकत साबित हो सकती है।