तमिलनाडु में तीन बुजुर्गों ने NEET की परीक्षा की पास, MBBS कर बनेंगे डॉक्टर, जानें यहां ये दिलचस्प कहानी

इस साल तमिलनाडु में 35 साल से ज्यादा उम्र के 25 लोगों ने MBBS और डेंटल कोर्स के लिए अप्लाई किया है। इनमें से कुछ तो ऐसे बुजुर्ग हैं, जिनकी उम्र 60 साल से भी ऊपर है। इसमें दो सीनियर सिटिजन वकील भी शामिल हैं, जिन्होंने सरकारी स्कूल के कोटे से अप्लाई किया है। इससे राज्य की चयन समिति में कई सवाल उठ रहे हैं। अधिकारी अब उम्र, योग्यता और आरक्षण नीतियों को लेकर कानूनी सलाह ले रहे हैं।
NMC के बदलाव के बाद का असर
NMC ने यह बदलाव इसलिए किया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग मेडिकल की पढ़ाई कर सकें। इससे हर उम्र के लोगों के लिए डॉक्टर बनने का रास्ता खुल गया है। इस बदलाव के बाद से ज्यादा उम्र के लोग मेडिकल की पढ़ाई में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
नौकरी करने वाले लोग अब बनना चाहते हैं डॉक्टर
एक अधिकारी ने बताया, ‘इस साल कई ग्रेजुएट और नौकरी करने वाले लोग मेडिकल या डेंटल सीट चाहते हैं। साल 2017 के बाद से यह पहली बार है जब इतने ज्यादा उम्र के लोगों ने अप्लाई किया है।’
तमिलनाडु की चयन समिति कन्फ्यूज
राज्य की चयन समिति के सामने अब यह मुश्किल है कि वह इन आवेदनों को कैसे देखे। उन्हें यह भी देखना है कि ज्यादा उम्र के लोगों के लिए मेडिकल की पढ़ाई करना सही है या नहीं। क्योंकि मेडिकल की पढ़ाई बहुत मुश्किल होती है। साथ ही बढ़ती उम्र के साथ सीखने की क्षमता और ज्ञान को सही तरह से उपयोग करने की काबिलियत पर भी असर पड़ता है।
नीट एग्जाम क्या है?
NEET यानी National Eligibility cum Entrance Test एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। यह परीक्षा भारत में MBBS (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) और BDS (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) जैसे मेडिकल कोर्स में एडमिशन के लिए होती है। पहले, इस परीक्षा को पास करने के लिए एक तय उम्र सीमा थी, लेकिन 2022 में NMC यानी नेशनल मेडिकल कमीशन ने यह नियम बदल दिया था।